धन उगाहना 15 सितंबर, 2024 – 1 अक्टूबर, 2024
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1
অহিংসা (উপন্যাস) (১৯৪১)
টেলি বই
মানিক বন্দ্যোপাধ্যায়
করিয়া
মহেশ
সদানন্দ
হইয়া
বিপিন
সদানন্দের
বলিল
মাধবীলতা
চৌধুরী
বিপিনের
করিতে
হইতে
বিভূতি
আশ্রমের
চৌধুরীর
মাধবীলতার
দিয়া
আশ্রমে
গিয়াছে
বলিয়া
বিভূতির
আশ্রম
আরম্ভ
আসিয়া
হইয়াছে
সকলে
দেখিয়া
গিয়া
সকলের
রত্নাবলী
লাগিল
করিয়াছে
মাধবীলতাকে
বসিয়া
চলিয়া
রাগ
হইল
করিল
সদানন্দকে
হইবে
দিয়াছে
ধরিয়া
কারো
মাধবী
সম্বন্ধে
দাঁড়াইয়া
মহেশের
পায়
ফিরিয়া
জিজ্ঞাসা
भाषा:
bengali
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bengali
2
Ahinsha
Aajkaal Publishers
Sunil Gongopadhyay
সদানন্দ
মহেশ
মাধবী
বিপিন
বিভূতি
সরমা
প্রভু
আশ্রমের
সদানন্দের
আশ্রমে
প্রণাম
আশ্রম
মতন
রত্নাবলী
শশধর
মাধু
বিষ্ণুপ্রসাদ
মাধবীর
বিভূতির
মহেশের
এসো
আমায়
উমা
রত্না
তোকে
বিয়ে
জোর
ওসব
দাঁড়াল
দোষ
নারায়ণ
নদীর
পুলিস
স্ত্রী
কানাই
হেঁটে
ছি
বিপিনের
পায়ে
বিপিনবাবু
মারামারি
উপদেশ
এলাম
চেপে
জোরে
নিজেই
মাধুকে
আস্তে
খোকা
গায়ে
साल:
2015
भाषा:
bengali
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bengali, 2015
3
কালো বরফ (উপন্যাস)
টেলি বই
মাহমুদুল হক
বললে
আবদুল
খালেক
মনি
রেখা
ভাইজান
বলতো
হতো
কতো
ডাক্তার
হলো
নরহরি
ভেতর
মার
ভাইজানের
পোকা
গিয়েছিল
টিপু
গায়ে
রেখার
এইভাবে
বোধহয়
এইসব
যেতো
করতো
সবকিছু
কারো
খালেকের
মরে
মেরে
এতো
দ্যাখো
মাকে
মরণ
মাছ
শুয়ে
কাউকে
কেনারাম
কোনোদিন
গলায়
থাকতো
পুঁটি
ভয়ে
মাধু
যাবো
গা
অমন
এলো
কিভাবে
গিরিবালা
भाषा:
bengali
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bengali
4
চিহ্ন (উপন্যাস) (১৯৪৭)
টেলি বই
মানিক বন্দ্যোপাধ্যায়
হেমন্ত
সীতা
ঠ
ওসমান
গণেশের
ছেলের
বাবু
পায়
খেয়ে
মার
রসুল
অক্ষয়
অনুরূপা
সীতার
দেবার
অজয়
রসুলের
হেমন্তের
শান্ত
হাঙ্গামা
দিয়েছে
মদ
রাস্তায়
সুধা
হাসপাতালে
আশ্চর্য
উঠতে
যাদব
অনুরূপার
এখনো
গায়ে
গুলি
রাস্তা
অদ্ভুত
ওসমানের
আরম্ভ
খুশি
ভাবতে
সহজ
অনুভব
সিগারেট
গিয়েছিল
জোর
দশ
দাশগুপ্ত
দেশের
নেয়
ভাব
মাকে
রাণী
भाषा:
bengali
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bengali
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