धन उगाहना 15 सितंबर, 2024 – 1 अक्टूबर, 2024
धन उगाहने के अभियान के बारे में
पुस्तकें खोजें
पुस्तकें
धन उगाहना:
58.6% प्राप्त
साइन इन
साइन इन
अधिक सुविधाओं तक पहुँचने के लिए
व्यक्तिगत सिफारिशें
Telegram बॉट
डाउनलोड इतिहास
ईमेल या Kindle पर भेजें
बुकलिस्ट प्रबंधित करें
पसंदीदा में सहेजें
व्यक्तिगत
पुस्तक अनुरोध
सीखना
Z-Recommend
पुस्तक सूचियाँ
सबसे लोकप्रिय
श्रेणियाँ
योगदान
डोनेशन करें
अपलोड
Litera Library
पेपर पुस्तकें दान करें
पेपर पुस्तकें जोड़ें
Search paper books
मेरा LITERA Point
कीवर्ड के लिए खोज
Main
कीवर्ड के लिए खोज
search
1
Tanhaayiyon Ka Raqs
Anybook
Siya Sachdev
दिल
सिया
पे
इक
दुनिया
ज़िन्दगी
ग़म
ख़ुद
दर्द
वक़्त
तेरी
मिरी
मुझको
मिले
ख़ुदा
ज़िंदगी
तेरे
आँखों
एहसास
रोज़
तेरा
मिरे
ऐ
कितना
लिये
आइना
नज़र
मौत
रहीं
सरदार
आयी
कितनी
कैसा
मगर
रंग
शायरी
सन्नाटा
सफ़र
हौसला
क्यूँ
जीने
नयी
पत्थर
आएगा
जाऊँ
तन्हा
तुझको
सीने
ज़रा
उठी
साल:
2021
भाषा:
hindi
फ़ाइल:
EPUB, 625 KB
आपके टैग:
0
/
0
hindi, 2021
2
दौर-ए-सितम (दौर-ए-कोरोना काल)
Hewlett-Packard
डॉ. कुँवर वीरेन्द्र विक्रम सिंह गौतम
गौतम
०
ओ
पे
दिल
बे
लिये
ज़रूरी
घड़ी
ठ
मिले
नया
रोज़
ख़ुद
ख़बर
दरिया
नज़र
मगर
यूँ
सबको
इक
दुनिया
होंगे
देखें
मर्ज़ी
वक्त
ख़ास
उम्मीद
निकलती
हालात
ख़्वाब
नई
वास्ते
हमको
दर्द
दौर
सू
आईना
कोरोना
गर
जायेंगे
नींद
महफ़िल
मान्यवर
यक़ीनन
हंगामा
हौसला
ग़ज़ल
चमन
थोड़ा
साल:
2020
भाषा:
hindi
फ़ाइल:
EPUB, 223 KB
आपके टैग:
0
/
4.0
hindi, 2020
3
दौर-ए-सितम (ग़ज़ल संग्रह)
Kunwer Virendra Vikram Singh Gautam [Gautam
,
Kunwer Virendra Vikram Singh]
गौतम
ओ
पे
दिल
बे
लिये
ज़रूरी
घड़ी
मिले
नया
रोज़
ख़ुद
दरिया
ख़बर
दुनिया
मगर
यूँ
इक
नज़र
सबको
देखें
होंगे
मर्ज़ी
वक्त
ख़ास
उम्मीद
निकलती
हालात
नई
वास्ते
हमको
ख़्वाब
गर
दर्द
दौर
आईना
कोरोना
जायेंगे
नींद
महफ़िल
मान्यवर
यक़ीनन
सू
हंगामा
हौसला
ग़ज़ल
चमन
थोड़ा
निकला
बचा
भाषा:
english
फ़ाइल:
EPUB, 212 KB
आपके टैग:
0
/
0
english
4
शब्दांचल भाग-1 ( कविताएँ ) (Hindi Edition)
Blue rose publishers
Khandelwal
,
Naman
ज़
दगी
insta
तुझे
तेरे
दल
यूँ
नज़र
तेरी
तेरा
दुिनया
वाब
लखूंगी
चलो
जैसी
अपन
इक
तुझसे
पे
लेखक
आिह
काश
दद
मुझ
देखती
हारी
इं
तूने
दू
याल
रं
चलते
छू
तुमसे
पापा
मंिज़ल
मगर
गम
चाहत
जलता
झुक
ढू
दूँ
बदलते
कतनी
कताब
खोजती
दबी
बनना
बाक
साल:
2019
भाषा:
hindi
फ़ाइल:
PDF, 571 KB
आपके टैग:
0
/
0
hindi, 2019
5
Dastak Khayalon Ki (Hindi Edition)
Prabhat Prakashan
Ashish Agrawal ‘Vajood’
कछ
books_request
ज़
इक
मुझ
ज़ंदगी
मगर
यूँ
वािहश
ऐब
ज़रा
दु
रोज़
क़
दौलत
बुरा
री
सोचता
दल
नज़र
लेिकन
शकायत
शायर
शािमल
सयासत
हारी
आदत
आशीष
जाएँ
दूजे
यक़
रयाँ
फ़
अख़बार
छी
देखना
परशाँ
बाक़
बे
मेर
वाब
वीर
सुक
ख़फ़ा
ज़ेहन
इसिलए
कतना
कमज़ोर
तकलीफ़
थोड़ी
साल:
2018
भाषा:
hindi
फ़ाइल:
PDF, 1.34 MB
आपके टैग:
0
/
0
hindi, 2018
1
इस लिंक
का पालन करें या Telegram में "@BotFather" बॉट खोजें
2
/newbot कमांड भेजें
3
अपने चैटबॉट के लिए एक नाम निर्दिष्ट करें
4
बॉट के लिए उपयोगकर्ता नाम निर्दिष्ट करें
5
BotFather से आपको जो अंतिम संदेश मिले, पूरा का पूरा यह संदेश कॉपी करें और यहाँ पेस्ट करें
×
×